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जयपुर | बिरला ऑडिटोरियम में एरीना एनीमेशन की ओर से आयोजित डिजिटल आर्ट एग्जीबिशन " अमेज - 2019 " की पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन हुआ जिसमे इंटर स्कूल फिल्ममेकिंग कॉम्पिटिशन वर्ग में संत ज़ेवियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल जयपुर के  ईशान हर्ष की स्कूल लाइफ पर आधारित शार्ट फिल्म ब्रोकन एम्बीशन्स को  बेस्ट फिल्म का प्रथम पुरस्कार से नवाज़ा गया । एरीना एनीमेशन की डायरेक्टर रोलिका सिंह ने ईशान की फिल्म की सरहाना की और भविष्य के लिए बहुत शुभकामनाये दी। 

ईशान हर्ष की शार्ट फिल्म ब्रोकन एम्बीशन्स की पटकथा हितेश नामक एक साधारण हाई स्कूल के छात्र के आसपास घूमती है जो अपने ही परिजनों द्वारा कराए गए मानसिक यातना का शिकार था। यह फिल्म छात्रों पर सपनों और अपेक्षाओं को लगाने की नतीजों को दर्शाती है।उपयुक्त ढंग से इस फिल्म को "टूटी हुई महत्वाकांक्षाओं" का नाम दिया गया है।आत्महत्याओं की निरर्थकता पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता  उनकी दृढ़ विश्वास ने इस विषय पर एक लघु फिल्म बनाने की प्रेरणा दी। 

इस फिल्म को 3rd इंटरनेशनल लघु फिल्म समारोह बेंगलुरु (आईएसएफएफबी) में स्पेशल ज्यूरी अवार्ड से भी नवाज़ा गया है और मदर्स पब्लिक स्कूल , ओड़िसा द्वारा आयोजित इंटर स्कूल फिल्ममेकिंग कॉम्पिटिशन में भी रनर अप रही। यह फिल्म को राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी प्रदर्शित किया गया था।

ईशान हर्ष की फिल्म को अमेज - 2019 में मिला बेस्ट फिल्म का प्रथम पुरस्कार


जयपुर | बिरला ऑडिटोरियम में एरीना एनीमेशन की ओर से आयोजित डिजिटल आर्ट एग्जीबिशन " अमेज - 2019 " की पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन हुआ जिसमे इंटर स्कूल फिल्ममेकिंग कॉम्पिटिशन वर्ग में संत ज़ेवियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल जयपुर के  ईशान हर्ष की स्कूल लाइफ पर आधारित शार्ट फिल्म ब्रोकन एम्बीशन्स को  बेस्ट फिल्म का प्रथम पुरस्कार से नवाज़ा गया । एरीना एनीमेशन की डायरेक्टर रोलिका सिंह ने ईशान की फिल्म की सरहाना की और भविष्य के लिए बहुत शुभकामनाये दी। 

ईशान हर्ष की शार्ट फिल्म ब्रोकन एम्बीशन्स की पटकथा हितेश नामक एक साधारण हाई स्कूल के छात्र के आसपास घूमती है जो अपने ही परिजनों द्वारा कराए गए मानसिक यातना का शिकार था। यह फिल्म छात्रों पर सपनों और अपेक्षाओं को लगाने की नतीजों को दर्शाती है।उपयुक्त ढंग से इस फिल्म को "टूटी हुई महत्वाकांक्षाओं" का नाम दिया गया है।आत्महत्याओं की निरर्थकता पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता  उनकी दृढ़ विश्वास ने इस विषय पर एक लघु फिल्म बनाने की प्रेरणा दी। 

इस फिल्म को 3rd इंटरनेशनल लघु फिल्म समारोह बेंगलुरु (आईएसएफएफबी) में स्पेशल ज्यूरी अवार्ड से भी नवाज़ा गया है और मदर्स पब्लिक स्कूल , ओड़िसा द्वारा आयोजित इंटर स्कूल फिल्ममेकिंग कॉम्पिटिशन में भी रनर अप रही। यह फिल्म को राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी प्रदर्शित किया गया था।

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