अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) शुक्रवार, 26 मार्च को एक भव्य आयोजन के साथ पिछले एक साल की शैक्षणिक उपलब्धियों का जश्न उड़ान-2021 के रूप में मनायेगा। विज्ञान भवन में होने वाले इस आयोजन में आईआईटी और सीएसआईआर जैसे प्रख्यात संस्थानों के साथ सहयोगात्मक अनुसंधान के उभरते अवसरों पर भी बात होगी। सद्गुरु के नाम से ख्यात अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव, सीएसआईआर के महानिदेशक, आईआईटी, दिल्ली के निदेशक और दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति समेत दो केंद्रीय मंत्री और आयुष मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर प्रासंगिक विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे।
ध्यान रहे, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 17 अक्टूबर, 2017 को दूसरे आयुर्वेद दिवस पर राष्ट्र को समर्पित किया था। एआईआईए आयुष मंत्रालय के अधीन कार्यरत एक शीर्ष संस्थान है। संस्थान आयुर्वेद में स्नातकोत्तर और पोस्ट-डॉक्टोरल शिक्षा के लिए बेंचमार्क स्थापित करके एक आदर्श बनने की दृष्टि के साथ प्रगति कर रहा है। इसके साथ ही संस्थान का उद्देश्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक व्यक्ति की पहुंच के भीतर उच्चतम मानकों की आयुर्वेद स्वास्थ्य सेवा प्रदान कराना है | इसके साथ-साथ आधुनिक उपकरणों और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके आयुर्वेद सिद्धान्तों पर अनुसंधान को प्रामाणिकता के साथ बढ़ावा देना भी है ।
एआईआईए के लिए यह गर्व का क्षण है कि स्नातकोत्तर के पहले दो बैचों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के अन्तर्गत 100% परिणाम के साथ एआईआईए में अपना कोर्स पूरा कर लिया है, जिसमें लगभग 100% प्लेसमेंट और स्व-रोज़गार हासिल करने का रिकॉर्ड है। आगामी शुक्रवार को उड़ान-2021 के आयोजन में संस्थान इन आयुर्वेद वैद्यों के लिए दीक्षांत समारोह भी आयोजित कर उन्हें सम्मानित कर रहा है । एक और मील का पत्थर यह कि पहली बार पीएचडी पाठ्यक्रमों में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए शिष्योपनयन संस्कार (इंडक्शन कार्यक्रम) भी आयोजित करेगा। साथ ही, एआईआईए परिवार के प्रमुख के हाथों 5वें बैच के एमडी/एमएस विद्यार्थियों का इंडक्शन भी संपन्न होगा।
उड़ान-2021 का एक उद्देश्य यह भी है कि आईआईटी और सीएसआईआर जैसे प्रमुख शीर्ष अनुसंधान संस्थानों के साथ मिलकर बुनियादी विज्ञान विषयों के साथ ही अनुप्रयोगिक (एप्लाइड) शोध विषयों पर अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा की जा रही और भविष्य में की जाने वाली अनुसंधान संभावनाओं को भी युवाओं के सामने रखा जाय। सद्गुरु के नाम से विख्यात श्री जग्गी वासुदेव भी इस अवसर पर युवा आयुर्वेदाचार्यों को संबोधित करेंगे। आयुष मंत्रालय के सोच और कार्यनीति पर श्री किरण रीजिजू, माननीय राज्य मंत्री, युवा मामलों और खेल मंत्रालय और आयुष मंत्रालय के मंत्री (प्रभारी) और श्रीपद येसो नाइक, माननीय रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक अपने विचार रखेंगे।
डीएसआईआर के सचिव और काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) के महानिदेशक डॉ शेखर सी मंडे ओरिएंटेशन लेक्चर देंगे। अन्य प्रख्यात हस्तियों में पद्मभूषण वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा, आईआईटी दिल्ली के निदेशक डॉ वी रामगोपाल राव, दिल्ली विश्वविद्यालय के वीसी प्रो पूरन चंद जोशी, आयुष मंत्रालय के सचिव पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा, आयुष मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव पीके पाठक, एआईआईए की निदेशक प्रो तनूजा नेसरी, आईटीआरए जामनगर के निदेशक, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (एनआईए), जयपुर की अकेडमिक डीन प्रो मीता कोटेचा और आयुष मंत्रालय के सक्षम अधिकारी भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।
इसी मौके पर आयुष मंत्रालय द्वारा एआईआईए के कोविड-19 अनुभव विषय पर एनएफडीसी द्वारा बनाई गई दो लघु फिल्में जारी की जाएंगी। इसके अलावा इस अवसर पर इम्यूनोमॉड्यूलेटरी दवाओं वाली स्वास्थ्य रक्षा किट का भी विमोचन किया जाएगा।

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