जयपुर। राज्य में करीब चार साल से बेरोजगार बैठे प्रेरकों ने राजस्थान प्रेरक संघ के प्रदेश अध्यक्ष बालकृष्ण शर्मा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन साक्षरता निदेशक को सौंपा गया है। प्रदेश प्रवक्ता रूपचंद गुर्जर ने बताया कि राजस्थान में 31 मार्च 2017 को साक्षर भारत योजना बंद कर दी गई थी जिसके बाद करीब 18000 प्रेरक बेरोजगार हो गए हैं। संविदा कर्मियों के लिए बनी समिति ने भी प्रेरकों को रोजगार देने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। ज्ञापन में चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र प्रेरकों को रोजगार नहीं दिया गया तो प्रेरक इस बार होली नहीं मनाएंगे और होली के बाद जयपुर में बड़ा आंदोलन करेंगे। इस आंदोलन को अंतिम रूप देने के लिए पांच सदस्यीय निर्णायक कमेटी बनाई गई है जिसमे पप्पू लाल मीणा, रूपचंद गुर्जर, जसाराम बाना, तेजराज हाड़ा और गणेश शर्मा को शामिल किया गया है।
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