Halaman

    Social Items

जयपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के "हर घर तिरंगा – घर-घर तिरंगा" अभियान के अंतर्गत, रिद्धि-सिद्धि मंडल (सांगानेर विधानसभा) द्वारा आयोजित भव्य तिरंगा यात्रा (वाहन रैली) इस बुधवार आयोजित की गई। रैली की शुरुआत गुफावाले हनुमान जी मंदिर, महारानी फार्म से हुई और यह प्रमुख मार्गों, वार्डों को पार करते हुए त्रिवेणी नगर चौराहा पर भव्य रूप से संपन्न हुई।

मुख्य आकर्षण: वार्ड 78, 80-फीट रोड पर भव्य स्वागत
यहाँ श्री नवीन कुमार भंडारी के निवास के बाहर, तिरंगा यात्रा का स्वागत अत्यंत गरिमामयी और उत्साहपूर्ण तरीके से किया गया। श्री गोपाल (नगर विकास समिति अध्यक्ष) एवं कॉलोनी के विशिष्ट गणमान्य नागरिकों ने भी स्वागत में भाग लिया—फूलों की वर्षा, देशभक्ति के गीत और ऊँचे नारों से वातावरण गूँज उठा।

इस समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पत्नी, श्रीमती गीता शर्मा एवं रिद्धि सिद्धि मंडल अध्यक्ष श्रीमती दीपा नाथावत, ने भी सक्रिय योगदान दिया। उनके राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और अधिक सम्मानजनक और प्रेरणादायक बना दिया। 

रैली का समापन एवं संकल्प
सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपने दुपहिया वाहनों पर सवार होकर इस तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। सभी ने दृढ़ संकल्प जताया—“तिरंगे की शान और देश की एकता को हर घर तक पहुँचाना।

“हर घर तिरंगा अभियान” की तिरंगा यात्रा ने वार्ड 78 में धूमधाम से समापन किया

जयपुर केआदर्श ज्ञान पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल जयपुर में रक्षाबंधन  बड़े हर्षोल्लास  एवं सांस्कृतिक वातावरण में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ हुई विद्यालय की छात्राओं ने अपने भाइयों और  सहपार्टियों को रक्षा सूत्र बांधकर स्नेह प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। 
संस्था के निदेशक अविनाश शर्मा ने रक्षाबंधन के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि रक्षाबंधन का त्यौहार भाई बहन का पवित्र त्यौहार है ,सुरक्षा और बलिदान को सम्मान विविधताओं के देश भारत में रक्षाबंधन सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है यह हर जाति ,धर्म और वर्ग के लोग अपनी अपनी तरह से मानते हैं इसके अलावा कुछ जगह पर तो रक्षाबंधन को सैनिकों के राखी बांधकर भी सेलिब्रेट किया जाता है ,जिससे सुरक्षा करने की भावना और बलिदान को सम्मान दिया जा सके, रक्षाबंधन बहन और भाई के बीच पवित्र रिश्ते का प्रतीक है, रक्षाबंधन के दिन प्रेम और स्नेह का बंधन और भी मजबूत होता है, भारत में बहन भाई की कलाई पर राखी बांधकर यह त्यौहार मानती है    
संस्था की प्राचार्य सुनील सेन ने अपने संबोधन में कहा कि रक्षाबंधन केवल भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक नहीं बल्कि यह  समाज के अपने सहयोग और सुरक्षा की भावना को भी मजबूत  करती है,  इस अवसर पर  राखी एवं मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित की गई इस प्रतियोगिता में श्रेष्ठ राखी एवं मेहंदी बनाने वाले छात्र-छात्राओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया  छात्रों में अरविंद, कृपाल सिंह, जोगिंदर , गौरव, प्रियांशु, वैभव एवं  छात्रोंओ आरुषि,प्रियंका,मनाली,  आकांक्षा, पूर्वी, शिल्पा  को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया

आदर्श ज्ञान पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल जयपुर में रक्षाबंधन बड़े हर्षोल्लास एवं सांस्कृतिक वातावरण में मनाया गया

जयपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं वरिष्ठ अधिवक्ता, हिंदी प्रचार-प्रसार संस्थान जयपुर राजस्थान के अध्यक्ष डॉ. अखिल शुक्ला ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से शिष्टाचार मुलाकात की। डॉ. शुक्ला और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा छात्र राजनीति के समय से ही एक-दूसरे के सहयोगी रहे हैं और भाजपा संगठन में भी लंबे समय से साथ काम कर रहे हैं।

इस अवसर पर डॉ. अखिल शुक्ला ने भारतीय विदेश सेवा के वरिष्ठ अधिकारी अमराराम गुर्जर को मालवी गणराज्य का उच्चायुक्त नियुक्त किए जाने पर बधाई दी। राज्य के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अमराराम गुर्जर को उनकी इस महत्वपूर्ण नियुक्ति के लिए शुभकामनाएं दीं।

डॉ. अखिल शुक्ला की मुख्यमंत्री से मुलाकात, अमराराम गुर्जर को उच्चायुक्त नियुक्ति पर बधाई

राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (RCCI) की मिटिंग में फिल्म डिवीज़न सेल का गठन  किया गया, जिसका उद्देश्य राजस्थान में फिल्म टूरिज्म को बढ़ावा देने और स्थानीय फिल्म उद्योग के समग्र विकास पर कार्य किया जायेगा।

राजस्थान चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डॉ श्री के एल जैन  की अध्यक्षता में हुई बैठक में श्री सोमेंद्र हर्ष ने फिल्म सेल से जुड़े कार्यों पर प्रकाश डाला , साथ ही श्री रविन्द्र उपाध्याय, श्री अनमोल अग्रवाल, श्री सिद्दार्थ शर्मा और श्री पंकज वाधवानी व अंशु हर्ष को फिल्म डिवीज़न सेल के कार्यकारी सदस्य बनने की घोषणा की। 

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राजस्थान को एक आकर्षक फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में प्रस्तुत करना और साथ ही क्षेत्रीय भाषाओं (जैसे मारवाड़ी और मेवाड़ी) में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करना था।

बैठक के प्रमुख बिंदु:
🔹 स्थानीय फिल्म उद्योग का विकास:
राजस्थान में फिल्मों के निर्माण, वितरण और प्रदर्शन को प्रोत्साहन।
क्षेत्रीय भाषाओं में फिल्मों के निर्माण की सुविधा और प्रेरणा।

🔹 फिल्म निर्माताओं और कलाकारों को सहयोग:
बाहरी और स्थानीय प्रोडक्शन हाउस को शूटिंग, परमिशन व संसाधनों में सहयोग।
स्थानीय कलाकारों, तकनीशियनों और क्रिएटिव प्रोफेशनल्स के लिए प्लेटफॉर्म व इन्फ्रास्ट्रक्चर (प्रोडक्शन हाउस, स्टूडियो) का विकास।

🔹 राज्य सरकार से समन्वय:
फिल्म नीति, सब्सिडी, शूटिंग परमिशन और टैक्स रियायतों पर राज्य सरकार से संवाद।
राजस्थान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्मकारों के लिए एक उपयुक्त शूटिंग स्थल के रूप में प्रचारित करना।

🔹 फिल्म संस्कृति का संवर्धन:
राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (RIFF) जैसे आयोजनों के माध्यम से फिल्म संस्कृति को प्रोत्साहित करना।

🔹 स्थानिक कलाकारों को प्रोत्साहन:
उभरती प्रतिभाओं को मंच देने के लिए ट्रेनिंग, वर्कशॉप और सेमिनार का आयोजन।

🔹 लोक संस्कृति और विरासत का संरक्षण:
राजस्थान की समृद्ध परंपरा, संगीत, कला और कथाओं को फिल्मों के माध्यम से प्रचारित करना।

🔹 बाहरी प्रोडक्शन हाउस को आकर्षित करना:
जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर जैसी लोकेशनों पर शूटिंग के लिए सुविधा और सहयोग।

🔹 सिनेमाघरों और वितरण व्यवस्था का विकास:
आधुनिक सिनेमाघरों की संख्या बढ़ाने और स्थानीय फिल्मों को पर्याप्त स्क्रीन स्पेस उपलब्ध कराने हेतु पहल।

बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि राजस्थान की भौगोलिक विविधता, सांस्कृतिक समृद्धि और ऐतिहासिक महत्व को सिनेमाई रूप में प्रस्तुत कर राज्य को फिल्म निर्माण का एक उभरता हुआ केंद्र बनाया जा सकता है। इसके लिए समर्पित नीतियों, सहयोगी संरचना और निरंतर संवाद की आवश्यकता है, जिसमें फिल्म डिवीज़न सेल – RCCI की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।

राजस्थान में फिल्म टूरिज्म और क्षेत्रीय फिल्म उद्योग के विकास को लेकर फ़िल्म डिवीज़न सेल का चैम्बर भवन में गठन

नवीन कुमार भंडारी: एक समर्पित समाजसेवी की प्रेरणादायक यात्रा
सामाजिक सेवा में और पर्यावरण  दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम

नवीन कुमार भंडारी एक प्रेरणादायक समाजसेवी हैं, जिन्होंने अपने जीवन को राष्ट्र और समाज की सेवा के लिए समर्पित कर दिया है। वे गो-रक्षा, शिक्षा, और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में निरंतर सक्रिय रहे हैं और इन क्षेत्रों में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं जो समाज के लिए उदाहरण बन चुके हैं।

नवीन कुमार भंडारी ने पर्यावरण और समाज दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने 'गो-कास्ट' के माध्यम से गाय के गोबर से लकड़ी का निर्माण किया, जिससे दाह संस्कार के लिए पेड़ों की जरूरत नहीं पड़गी। इससे न केवल पेड़ों की कटाई से बचाव होता है, बल्कि पर्यावरण को भी बड़ा लाभ होता है।
 
गो-कल्याण में ऐतिहासिक पहल
गोमाता के कल्याण और आत्मनिर्भरता की दिशा में उनका कार्य उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने गाय के गोबर को लकड़ी के रूप में ट्रांसफॉर्म कर पर्यावरण के अनुकूल और धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण ‘रावण दहन’ कार्यक्रम आयोजित किया। इस अभिनव पहल को गो-काशी से प्रारंभ कर वैश्विक स्तर पर "विश्व का पहला गो-काष्ट रावण दहन" कहा गया। इसके अलावा, गोबर से बनी वस्तुओं की बढ़ती मांग ने किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त किया है। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक है, बल्कि समाज के लिए भी एक सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार साबित हो रही है। यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण और गो-सेवा दोनों का अद्भुत संगम है।पर्यावरण और समाज दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने 'गो-कास्ट' के माध्यम से गाय के गोबर से लकड़ी का निर्माण किया, जिससे दाह संस्कार के लिए पेड़ों की जरूरत नहीं पड़गी। इससे न केवल पेड़ों की कटाई से बचाव होता है, बल्कि पर्यावरण को भी बड़ा लाभ होता है।

जयपुर नगर निगम के साथ सामाजिक करार (MOU)
गो-कल्याण के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक कदम के रूप में उन्होंने जयपुर नगर निगम ग्रेटर के साथ साझेदारी करते हुए 11 मोक्षधामों को गोद लिया और ‘प्रथम MOU’ के अंतर्गत उन्हें गो-संवर्धन और स्वच्छता के आदर्श केन्द्र के रूप में विकसित किया। इस पहल का उद्देश्य परंपरागत मूल्यों को आधुनिक प्रबंधन के साथ जोड़ना था।

कोविड-19 के दौरान स्वास्थ्य सेवा में अग्रणी भूमिका
कोरोना महामारी के कठिन दौर में नवीन भंडारी ने जयपुर नगर निगम ग्रेटर के डिप्टी मेयर के सहयोग से 278 स्वास्थ्य कैंपों का आयोजन किया। इन शिविरों में लाखों नागरिकों को कोविड वैक्सीन लगाई गई। उनकी इस सेवा भावना और संगठनात्मक क्षमता को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की शाखा द्वारा सम्मानित किया गया।
पुरस्कार और सम्मान
‘समाज रत्न’ उपाधि – गोमाय परिवार की ओर से
 
गोरत्न से सम्मानित
सामाजिक विभिन्न संगठनों द्वारा नागरिक अभिनंदन एवं स्मृति-चिन्ह

भविष्य की दिशा
नवीन कुमार भंडारी समाज में जागरूकता और सेवा की लहर को और आगे ले जाने के लिए संकल्पित हैं। उनका लक्ष्य है:
  • वंचित बच्चों के लिए शिक्षा की उपलब्धता
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
  • पर्यावरण-संरक्षण और गो-संवर्धन के नवाचार
  • युवाओं को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करना

“सेवा कोई कार्य नहीं, यह तो जीवन की साधना है। जब हम किसी असहाय को संबल देते हैं, तभी हमारा जीवन सार्थक होता है।” – नवीन कुमार भंडारी

जयपुर। अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन का 10वां वार्षिक अधिवेशन व सम्मान समारोह 2 अगस्त शनिवार को राजधानी जयपुर के कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान में आयोजित हुआ। इस अधिवेशन में भारत के लगभग 27 राज्यों से संगठन के पदाधिकारी और सदस्यों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरुजी सुशील गोस्वामी महर्षि भृगु पीठ एवं राष्ट्रीय संयोजक सर्वधर्म संसद, विशिष्ट अतिथि पूर्व आईजी हरिप्रसाद शर्मा, पूर्व आईजी अशोक गुप्ता, अति. खाद्य आयुक्त पंकज ओझा, मेजर जनरल अनुज माथुर, डॉक्टर निर्मल जैन, मोहन मीणा, गोरधन लाल शर्मा, परमानन्द पांडे, शोभा तोमर,प्रदीप मलिक, डॉक्टर विष्णु कुमार गुप्ता, सीमा तिवारी, आदित्य नाग सहित अन्य गणमान्य विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। 
राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नीरज सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में देशभर में सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों संघटन में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित किया गया हैं। 
कार्यकारणी राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा विंग ब्रजेश पाठक ने बताया कि देश भर से आए हुए संघटन के करीबन 300 से अधिक पदाधिकारी को मोमेंटो सर्टिफेट देकर सम्मानित किया गया।
पाठक ने बताया कि अधिवेशन में आए हुए सभी अतिथियों ने मानव अधिकार संगठन के कार्यों की सराहना ही साथ ही सभी ने अपने अपने विचार रखे। इस मौके पर संगठन से सुनील खांडल राष्ट्रिय महासचिव राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला विंग चमन कंवर राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर अशोक कनौजिया प्रदेश अध्यक्ष (राजस्थान) रीना सच्चर उपाध्यक्ष महिला विंग उर्मिला शर्मा, टीना योगी जिला उपाध्यक्ष जयपुर बबीता वर्मा जिला अध्यक्ष जयपुर महिला विंग: कार्यकारी अध्यक्ष राजस्थान कार्यकारी अध्यक्ष सरदार हरजिंदर सिंह रंधावा उपाध्यक्ष राजस्थान रविंद्र गौड़ आदि सदस्यो का सहयोग रहा। कार्यक्रम के मंच का संचालन एंकर प्रीति सक्सेना ने किया।

अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के 10वे वार्षिक अधिवेशन का भव्य आयोजन, देशभर से जुटे प्रतिनिधि

जयपुर। राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के फिल्म सेल के तत्वावधान में आज बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘संत तुकाराम’ का ट्रेलर लॉन्च किया गया। यह फिल्म आगामी 18 जुलाई को देशभर के सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाएगी।

फिल्म ‘संत तुकाराम’ छत्रपति शिवाजी महाराज के समकालीन महान संत और कवि तुकाराम महाराज के जीवन पर आधारित है। तुकाराम न केवल भक्ति आंदोलन के महान संत थे, बल्कि एक सामाजिक क्रांतिकारी भी थे। उन्होंने अपनी रचनाओं, अभंगों और जीवन के माध्यम से समाज में व्याप्त छुआछूत, जातिगत भेदभाव, अंधविश्वास और रूढ़ियों के खिलाफ आवाज़ उठाई।

उनका जीवन और संदेश सामाजिक समरसता, भक्ति की सादगी और आत्मा की स्वतंत्रता का प्रतीक है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ईश्वर केवल मंदिरों, पुरोहितों या ग्रंथों में सीमित नहीं हैं, बल्कि वे हर व्यक्ति के हृदय में वास करते हैं—चाहे वह किसी भी जाति या पृष्ठभूमि का क्यों न हो।

यही कारण था कि उनके कीर्तन और उपदेशों ने समाज के हाशिये पर खड़े दलित और वंचित समुदाय को आत्मबल प्रदान किया। उन्होंने इन्हें यह विश्वास दिलाया कि वे भी ईश्वर के उतने ही प्रिय हैं जितना कोई ब्राह्मण या धनी व्यक्ति। संत तुकाराम महाराज वैष्णव परंपरा में दलित समुदाय के अग्रदूत माने जाते हैं।

फिल्म निर्देशक आदित्य ओम की यह प्रस्तुति तुकाराम महाराज की इस ऐतिहासिक और सामाजिक भूमिका को गहराई से चित्रित करती है। फिल्म में यह दिखाया गया है कि किस प्रकार उनके कीर्तन गांव-गांव में लोगों को जोड़ते हैं और भक्ति के माध्यम से समाज में समानता का वातावरण निर्मित करते हैं।

तुकाराम महाराज का व्यक्तित्व विद्रोही था—लेकिन यह विद्रोह प्रेम और करुणा से प्रेरित था। उन्होंने आडंबरपूर्ण धार्मिक अनुष्ठानों का विरोध करते हुए सच्ची भक्ति को जीवन की प्राथमिकता बनाया। उनके जीवन का प्रसिद्ध प्रसंग, जब उनकी रचनाएँ नदी में बहाने के बाद भी अक्षत अवस्था में लौट आईं, इस सत्य का प्रतीक है कि सच्चा ज्ञान और भक्ति अमर होते हैं।

आदित्य ओम की फिल्म केवल आध्यात्मिक पहलू को नहीं दर्शाती, बल्कि तुकाराम को एक ऐसे जननायक के रूप में स्थापित करती है जिन्होंने भक्ति को जन-जन तक पहुँचाया, विशेषकर समाज के उन वर्गों तक जिन्हें लंबे समय तक हाशिये पर रखा गया।

राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष के. एल. जैन ने इस अवसर पर फिल्म के निर्देशक आदित्य ओम का स्वागत किया। फिल्म सेल के अध्यक्ष सोमेंद्र हर्ष एवं अन्य सदस्यों ने भी आदित्य ओम का अभिनंदन किया और फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।

यह फिल्म तुकाराम महाराज के संदेश को आधुनिक संदर्भ में प्रस्तुत करती है, जब समाज को फिर से यह समझने की आवश्यकता है कि ईश्वर सबके हैं और भक्ति का मार्ग सबके लिए खुला है।

राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के फिल्म सेल के अंतर्गत ‘संत तुकाराम’ का ट्रेलर लॉन्च

जयपुर। राजस्थानी सिनेमा की नई फिल्म टाइगर ऑफ राजस्थान सभी के दिलों में खास जगह बना रही हैं। इसी क्रम में फिल्म के निर्देशक और अभिनेता अरविंद कुमार बाघेला ने रविवार को अपना जन्मदिन जयपुर के जेम सिनेमा में दर्शकों और फैंस के साथ मिलकर मनाया। इस अवसर पर दर्शकों और प्रशंसकों की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने उन्हें जन्मदिन की बधाइयां दीं। अरविंद कुमार ने अपने प्रशंसकों के साथ केक काटा और फिल्म की सफलता का श्रेय दर्शकों को दिया। उन्होंने कहा, “टाइगर ऑफ राजस्थान केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि मेरे राज्य के गौरव और परंपराओं को सलाम करने की एक कोशिश है।"
इस समारोह के दौरान अभिनेता अरविंद कुमार बाघेला और फिल्म के निर्माता ब्रजेश पाठक को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा राजस्थान गौरव रत्न से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें राजस्थान की संस्कृति, कला और सिनेमा को नई पहचान देने के प्रयासों के लिए प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में फिल्म के तमाम कलाकार और सहयोगी भी मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे, शिम्पी रंधावा, महिपाल सिंह कटारिया, अशोक बाफना, नरपत सिंह शेखावत, दीपेंद्र परमार, हितेश, जैस्मीन, मान सिंह, हेमंत, हर्षित माथुर, रघुबीर सिंह, रश्मि परमार, भावना शर्मा (एजुकेशनिस्ट), मुमताज। फिल्म टाइगर ऑफ राजस्थान अपनी रियलिस्टिक स्टोरीलाइन, दमदार अभिनय और राजस्थानी संस्कृति के जीवंत चित्रण के लिए लगातार प्रशंसा बटोर रही है। तीन हफ्तों में बॉक्स ऑफिस पर इसकी मजबूत उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि क्षेत्रीय सिनेमा में भी अपार संभावनाएं हैं।

'टाइगर ऑफ राजस्थान' के निर्देशक-अभिनेता अरविंद कुमार बघेला ने दर्शकों के साथ मनाया जन्मदिन, मिला ‘राजस्थान गौरव रत्न’ सम्मान