- राज्य के व्यापारी संगठन हो रहे लामबंद
- 20 नवम्बर से शुरू होगा आंदोलन
- 20 नवम्बर से शुरू होगा आंदोलन
जयपुर। ई-कॉमर्स कंपनियों के बढ़ते प्रभाव का खामियाजा देश भर के व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है । ई-कॉमर्स कंपनियों का बढ़ता कारोबार छोटे खुदरा व्यापारियों को परेशान कर रहा है। छोटे कारोबारियों के संगठन कैट ने ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन, फ्लिपकार्ट और अन्य के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ने की घोषणा की है। राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल और नेशनल प्रेसिडेंट बी सी भारतीय ने कहा कि अमेजन और फ्लिपकार्ट के साथ ही अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ यह राष्ट्रव्यापी आंदोलन 20 नवंबर 2019 से शुरू होगा और 10 जनवरी 2020 तक जारी रहेगा।
राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष डॉ आदित्य नाग और प्रदेश महासचिव जी डी मूंधड़ा की अध्यक्षता में इन कम्पनियों के ख़िलाफ़ प्रदेश में भी आंदोलन छेड़ दिया है।
इस आन्दोलन के अंतर्गत 20 नवम्बर को जयपुर समेत देश के सभी शहरों में विरोध धरने आयोजित किए जाऐंगे, रैली आयोजित की जाएगी और इस हेतु राज्य के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। इस आंदोलन में प्रदेश के मुख्य व्यापारी नेता हिस्सा लेंगे।
नेशनल वाईस प्रेसिडेंट सीमा सेठी ने बताया की ई-कॉमर्स कंपनियों की मनमानी और सरकार की एफडीआई नीति का उल्लंघन करने के कारण हाल ही में दिवाली के त्योहारी सीजन में ऑफलाइन कारोबार को लगभग 50% के व्यापार का नुकसान झेलना पड़ा है।
कन्फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट या CAIT) ने 10 नवम्बर को दिल्ली में देश के सभी राज्यों के प्रमुख व्यापारी नेताओं की एक आपात राष्ट्रीय बैठक बुलाई, जिसमें आगामी 20 नवम्बर से देश भर में अमेजन एवं फ्लिपकार्ट सहित अन्य ई कामर्स कंपनियों के खिलाफ एक आंदोलन शुरू करने की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया।
कोई टिप्पणी नहीं