* गुलाब कोठारी रचित दो ग्रंथो का भी पीएम करेंगे विमोचन * सीएम अशोक गहलोत होंगे विशिष्ट अतिथि
जयपुर| प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 8 सितम्बर को सुबह ग्यारह बजे वर्चुअल समारोह में जयपुर के जवाहरलाल नेहरु मार्ग स्थित पत्रिका गेट का लोकार्पण करेंगे| इसके साथ ही इस गेट के रूप में राजधानी में पर्यटकों के लिए नया आकर्षण जुड़ जाएगा| प्रधानमंत्री इस मौके पर राजस्थान पत्रिका समूह के प्रधान सम्पादक गुलाब कोठारी द्वारा रचित दो ग्रन्थ, संवाद उपनिषद और अक्षर यात्रा का भी विमोचन करेंगे| राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस समारोह के विशिष्ट अतिथि होंगे| पत्रिका गेट प्रदेश के सभी इलाकों के वास्तुशिल्प और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले अनूठे स्मारक के रूप में बनकर तैयार हुआ है|
पत्रिका समूह जयपुर विकास प्राधिकरण की मिशन अनुपम योजना के तहत पत्रिका गेट का निर्माण कराया है| जयपुर के व्यस्ततम जवाहरलाल नेहरु मार्ग पर बने इस गेट के माध्यम से समूचे राजस्थान की कला, शिल्प व सांस्कृतिक विरासत को एक ही जगह समेटने का प्रयास किया गया है | मुंबई के गेट वे ऑफ़ इंडिया व दिल्ली के इंडिया गेट की तरह ही पत्रिका गेट जयपुर की शान बढ़ने वाला होगा| आठ सितम्बर को आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गुलाब कोठारी द्वारा रचित दो ग्रंथो का विमोचन भी होना है उनमे पहला संवाद उपनिषद है| यह उपनिषद वैदिक परंपरा के रूप में नयी पीढ़ी तक उनकी विज्ञान - भाषा शैली में उपलब्ध होगा| दुसरे ग्रन्थ अक्षर यात्रा में वर्णमाला के सम्पूर्ण परिचय के साथ स्वर - व्यंजनों के स्वरूप व प्रत्येक अक्षर का अर्थ भी सरल शैली में बताया गया है|
जिस पत्रिका गेट का प्रधानमंत्री लोकार्पण करेंगे वह राजस्थान के एकीकृत स्वरूप का प्रतिनिधि स्मारक तो होगा ही राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृति से एक ही जगह परिचय कराने वाला भी होगा| पत्रिका गेट में नौ अंक के वास्तु सिद्धांत का खास ध्यान रखा गया है| पत्रिका गेट में रियासतकालीन ढूंढाड, मेवाड़, मारवाड़, हाडौती, शेखावटी, बृज वागड़, गोडवाड व अजमेर को शामिल करते हुए श्रीगंगानगर से बांसवाडा तक और जैसलमेर से भरतपुर तक राजस्थान के प्रत्येक कोने की वास्तुशिल्प, संस्कृति व जीवनशैली को आकर्षक चित्रांकन के जरिए उकेरा गया है| जयपुर के नक्शे पर उत्तर से दक्षिण तक कोई रेखा खिंची जाए तो जयपुर के आराध्य देव गोविन्ददेव जी मंदिर, गढ़ गणेश, त्रिपोलिया बाज़ार, तालकटोरा और रामनिवास बाग के बाद बिरला मंदिर, वर्ल्ड ट्रेड पार्क से लेकर पत्रिका गेट तक के नूतन - पुरातन स्वरूप इस रेखा पर दिखाई देता है| एक तरह से पत्रिका गेट जयपुर का दक्षिणी गेट है|
हमारी परंपरा में यह कहा गया है कि जिस समाज से इतना कुछ लिया है उसको देने का भाव भी रखना चाहिए क्योंकि देने की सुख की जो स्नुभुती है, वह किसी और चीज़ में नहीं| इसी भाव को मन में रख कर पत्रिका समूह अपनी स्थापना के साथ समाज के प्रति इस दायित्व बोध को विनम्रता पूर्वक स्वीकार करता आया है|बेक मुट्ठी अनाज, कारगिल कोष, भूकंप रहत कोष के साथ अमृतम जलं व हरियालो राजस्थान जैसे कार्य हाथ में लेकर पत्रिका समूह ने समाज को देने की उसी परंपरा का निर्वहन किया है| पत्रिका गेट भी इसी परिपाटी को आगे बढ़ने की छोटी सी कोशिश है|
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