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प.पू. गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य जी महाराज विगत कुछ माह से निरन्तर सितम्बर माह के लिए सभी को विशेष ध्यान रखने की अपील कर रहे हैं। अब सितम्बर माह प्रारम्भ हो चुका है, स्वामी जी महाराज की पुनः सभी से अपील है कि जैसी सतर्कता और सावधानी आप सभी लोग मार्च-अप्रैल में बरत रहे थे उससे भी अधिक इस माह में बरतें। स्वामी जी ने बताया कि 23 सितम्बर तक राहु की दशा रहेगी। राहु की विशेषता यह है कि वह आते और जाते अपना विशेष प्रभाव दिखाता है। इसके साथ ही 11 मई से वक्री चल रहा शनि भी 29 सितम्बर को मार्गी हो जाएगा। राहु की दशा समाप्त होने तथा शनि के मार्गी होने तक सितम्बर माह में संक्रमण अत्यधिक तेज़ी से फैलने की स्थिति बनी रहेगी। अनावश्यक बाहर ना निकलें और इस माह हर संभव सावधानी के साथ कार्य करें। आप सभी के मंगल व उन्नत स्वास्थ्य की कामना स्वामी जी भगवान से निरन्तर करते  हैं और इस हेतु श्री गलता जी में अनेकों अनुष्ठान, पाठ आदि नियमित रूप से यहाँ की दिव्य विग्रहों के समक्ष स्वामी जी के सान्निध्य में किये जा रहे हैं।
सावधानी बरतें एवं धैर्य व विवेक से काम लें। विचलित ना हों, विश्वास व दृढ़ इच्छाशक्ति रखें। हर रात्रि की सुबह होती है। इस कोरोना काल का भी अन्त होगा और हम सभी बेहतर और मजबूत बनकर उभरेंगे।

सितम्बर माह में अपना व अपनों का विशेष ध्यान रखे- गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य

प.पू. गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य जी महाराज विगत कुछ माह से निरन्तर सितम्बर माह के लिए सभी को विशेष ध्यान रखने की अपील कर रहे हैं। अब सितम्बर माह प्रारम्भ हो चुका है, स्वामी जी महाराज की पुनः सभी से अपील है कि जैसी सतर्कता और सावधानी आप सभी लोग मार्च-अप्रैल में बरत रहे थे उससे भी अधिक इस माह में बरतें। स्वामी जी ने बताया कि 23 सितम्बर तक राहु की दशा रहेगी। राहु की विशेषता यह है कि वह आते और जाते अपना विशेष प्रभाव दिखाता है। इसके साथ ही 11 मई से वक्री चल रहा शनि भी 29 सितम्बर को मार्गी हो जाएगा। राहु की दशा समाप्त होने तथा शनि के मार्गी होने तक सितम्बर माह में संक्रमण अत्यधिक तेज़ी से फैलने की स्थिति बनी रहेगी। अनावश्यक बाहर ना निकलें और इस माह हर संभव सावधानी के साथ कार्य करें। आप सभी के मंगल व उन्नत स्वास्थ्य की कामना स्वामी जी भगवान से निरन्तर करते  हैं और इस हेतु श्री गलता जी में अनेकों अनुष्ठान, पाठ आदि नियमित रूप से यहाँ की दिव्य विग्रहों के समक्ष स्वामी जी के सान्निध्य में किये जा रहे हैं।
सावधानी बरतें एवं धैर्य व विवेक से काम लें। विचलित ना हों, विश्वास व दृढ़ इच्छाशक्ति रखें। हर रात्रि की सुबह होती है। इस कोरोना काल का भी अन्त होगा और हम सभी बेहतर और मजबूत बनकर उभरेंगे।

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