राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (RCCI) की मिटिंग में फिल्म डिवीज़न सेल का गठन किया गया, जिसका उद्देश्य राजस्थान में फिल्म टूरिज्म को बढ़ावा देने और स्थानीय फिल्म उद्योग के समग्र विकास पर कार्य किया जायेगा।
राजस्थान चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डॉ श्री के एल जैन की अध्यक्षता में हुई बैठक में श्री सोमेंद्र हर्ष ने फिल्म सेल से जुड़े कार्यों पर प्रकाश डाला , साथ ही श्री रविन्द्र उपाध्याय, श्री अनमोल अग्रवाल, श्री सिद्दार्थ शर्मा और श्री पंकज वाधवानी व अंशु हर्ष को फिल्म डिवीज़न सेल के कार्यकारी सदस्य बनने की घोषणा की।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राजस्थान को एक आकर्षक फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में प्रस्तुत करना और साथ ही क्षेत्रीय भाषाओं (जैसे मारवाड़ी और मेवाड़ी) में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करना था।
बैठक के प्रमुख बिंदु:
🔹 स्थानीय फिल्म उद्योग का विकास:
राजस्थान में फिल्मों के निर्माण, वितरण और प्रदर्शन को प्रोत्साहन।
क्षेत्रीय भाषाओं में फिल्मों के निर्माण की सुविधा और प्रेरणा।
🔹 फिल्म निर्माताओं और कलाकारों को सहयोग:
बाहरी और स्थानीय प्रोडक्शन हाउस को शूटिंग, परमिशन व संसाधनों में सहयोग।
स्थानीय कलाकारों, तकनीशियनों और क्रिएटिव प्रोफेशनल्स के लिए प्लेटफॉर्म व इन्फ्रास्ट्रक्चर (प्रोडक्शन हाउस, स्टूडियो) का विकास।
🔹 राज्य सरकार से समन्वय:
फिल्म नीति, सब्सिडी, शूटिंग परमिशन और टैक्स रियायतों पर राज्य सरकार से संवाद।
राजस्थान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्मकारों के लिए एक उपयुक्त शूटिंग स्थल के रूप में प्रचारित करना।
🔹 फिल्म संस्कृति का संवर्धन:
राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (RIFF) जैसे आयोजनों के माध्यम से फिल्म संस्कृति को प्रोत्साहित करना।
🔹 स्थानिक कलाकारों को प्रोत्साहन:
उभरती प्रतिभाओं को मंच देने के लिए ट्रेनिंग, वर्कशॉप और सेमिनार का आयोजन।
🔹 लोक संस्कृति और विरासत का संरक्षण:
राजस्थान की समृद्ध परंपरा, संगीत, कला और कथाओं को फिल्मों के माध्यम से प्रचारित करना।
🔹 बाहरी प्रोडक्शन हाउस को आकर्षित करना:
जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर जैसी लोकेशनों पर शूटिंग के लिए सुविधा और सहयोग।
🔹 सिनेमाघरों और वितरण व्यवस्था का विकास:
आधुनिक सिनेमाघरों की संख्या बढ़ाने और स्थानीय फिल्मों को पर्याप्त स्क्रीन स्पेस उपलब्ध कराने हेतु पहल।
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि राजस्थान की भौगोलिक विविधता, सांस्कृतिक समृद्धि और ऐतिहासिक महत्व को सिनेमाई रूप में प्रस्तुत कर राज्य को फिल्म निर्माण का एक उभरता हुआ केंद्र बनाया जा सकता है। इसके लिए समर्पित नीतियों, सहयोगी संरचना और निरंतर संवाद की आवश्यकता है, जिसमें फिल्म डिवीज़न सेल – RCCI की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
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